दोस्तों आज के युवा बेहतर आमदनी के साथ देश-विदेश की बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों में नौकरी करते है और अपने आप को सेटेल करने के लिए दिन रात तरक्की के लिए मेहनत करते रहते है। परन्तु कुछ लोग ऐसे भी होते है जो अपने आम जीवन की ही परेशानियों को कम करने के लिए अपनी बेहतर ज़िंदगी को छोड़ देते है और जल्द ही उन आम परेशानिओ को कम करते हुए अपनी खुद की एक कंपनी खड़ी कर देते है। आज हम उन दो दोस्तों के बारे में बात करेंगे जिन्होंने अपनी इंजीनयरिंग की नौकरी छोड़ “Chai Calling” स्टार्टअप शुरू करके आज करोड़ों रुपयों की कमाई कर रहे हैं।
दो इंजीनियर दोस्तों ने नौकरी छोड़ शुरू किया Chai Calling Business और आज कमा रहे हैं करोड़ों रुपयों में।
Chai Calling जी हां दोस्तों हम बात कर रहे हैं यूपी के बरेली में रहने वाले अभिनव टंडन और प्रमित शर्मा की जिन्होंने अपनी-अपनी इंजीनियर की अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर टी-कॉलिंग का स्टार्टअप शुरू किया और सालभर में ही उनके बिज़नेस का टर्नओवर लगभग एक करोड़ रुपये हो गया।
तो चलिए जानते हैं उन युवा शख्स इंजीनियर के बारे में जिन्होंने अपनी अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर अपना खुद का Chai Calling ‘चाय कॉलिंग’ नाम से टी-स्टॉल शुरू किया-:
शैक्षिक योग्यता
टाइम्स नाऊसे बातचीत के दौरान प्रमित ने बताया कि उन्होंने व् उनके मित्र दोनों ने गाजियाबाद के अजय कुमार गर्ग इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है, जहां अभिनव ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है वहीं प्रमित ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।
कहां से मिला चाय के बिजनेस का आइडिया
एक मीडिया कम्पनी के साथ बातचीत के दौरान प्रमित ने बताया कि जब उन्हें व् उनके मित्र दोनों साथ में अपने कॉलेज की पढ़ाई करते थे, उस दौरान उन्हें चाय पीने के लिए कॉलेज कैंपस से बाहर आना पड़ता था तब उन्हें चाय की दुकान में कई बार काफी समय पहले बनी हुई चाय मिलती थी या फिर दुकान में या दुकान के आस-पास साफ-सफाई न होने की वजह से उन्हें कई बार बिना चाय पिये ही वापस आना पड़ जाता था। उनकी परेशानी यहीं कम नहीं हुई बल्कि पढ़ाई पूरी करने के बाद जहां अभिनव को दिल्ली में एक क्रॉम्पटन फैन बनाने वाली कंपनी में क्वालिटी एनालिस्ट के पद पर नौकरी मिली वहीं प्रमित को टीसीएस कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर नौकरी मिली।
दोनों ही दोस्तों को चाय पीने का बड़ा शौक है लेकिन ऑफिस में काम के बीच में Tea Break के समय उन्हें मशीन से बनी हुई चाय पीनी पड़ती थी जो उन्हें बेस्वाद लगती थी और यहीं से उन्हें Tea Business Startup करने का आइडिया मिला।
कैफे न खोलकर कियोस्क स्टाइल चाय सेंटर खोलने का विचार किया
उन्होंने अपने चाय के बिजनेस का आइडिया पर सबसे पहले रिसर्च किया और उसमें उन कैफे और पार्लर के बारे में जानकारी प्राप्त की जो लोगों पीने के लिए चाय उपलब्ध कराते हैं। चाय कैफे के बिज़नेस सेटअप करने में उन्होने Budget के बारे में पता लगाया। जब उन्हें इस बारे में पता चला कि एक चाय कैफे के बिज़नेस सेटअप करने के लिए उन्हे High Budget की जरूरत होगी, High Budget उनके लिए परेशानी बना हुआ था। आखिरकार उन्होने अपनी परेशानी को कम करने हुए निर्णय लिया की वह कियोस्क स्टाइल मे ही चाय सेंटर की शुरूआत करेंगे।
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कहां से की शुरूआत
उन्होंने सन 2013 में chai calling की शुरुवात करने से पहले उन्होने जानना चाहा की लोगो को किस तरह की चाय पसंद है इसके लिए उन्होने सबसे पहले नॉएडा के सेक्टर-18 में लगभग एक महीने तक एक रेहड़ी लगाई जिसमें वे लोगों को अच्छी और शुद्ध चाय व साथ में सैंडविच बेचे, जब 6 महीने के बाद उन्हें अपने काम के प्रति लोगों से काफी अच्छा रेस्पांस मिलने लगा, तब 10 जनवरी 2014 को उन्होंने अपने काम को बढ़ाते हुए अपनी-अपनी सेविंग में से करीब 50-50 हजार रुपए मिलाकर “चाय कॉलिंग” के नाम से बरेली के साईंलोक हॉस्पिटल में पहला कियोस्क खोला।
परिवार वालों का नहीं मिला सपोर्ट
बता दें कि Chai Calling “चाय कॉलिंग” का स्टार्टअप शुरू करने वाले अभिनव टंडन और प्रमित शर्मा दोनों ही आर्थिक सम्पन्न परिवार से ताल्लुक रखते हैं। जहां अभिनव इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की नौकरी में महीने की 25,000/- रूपये की कमाई कर रहे थे वहीं प्रमित शर्मा सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी में महीने की 40,000/- रूपये की कमाई कर रहे थे। जब उन्होंने अपनी चाय के बिज़नेस स्टार्टअप शुरू करने के बारे में अपने परिवार वालों से बात की तब उनके परिवार वालों ने उनकी अच्छी-खासी और बेहतर आमदनी की नौकरी होने की वजह से सपोर्ट नहीं किया लेकिन उन्होने हिम्मत नहीं हारी और अपने परिवार वालों की बात न मानकर अपना Chai Calling Business का स्टार्टअप शुरू कर दिया और उन्होंने अपनी Chai Calling के नाम से एक वेबसाइट भी बनाई जिसकी वजह से उनके बिज़नेस में आस-पास में स्थित कई ऑफिसों से चाय के लिए ऑर्डर मिलने लगे।
15 तरीके की चाय
आज चाय कॉलिंग में 15 तरीके की चाय उपलब्ध रहती है जिसमें साधारण चाय, ग्रीन टी, ब्लैक टी, लेमन टी और दार्जिलिंग टी शामिल है। उनके क्योस्क मे चाय के साथ साथ स्नैक्स भी उपलब्ध होते है जो लोगों को उचित मूल्य पर उपलब्ध कराते हैं। इसके अलावा उन्होंने आस पास के ऑफिस व दुकानों मे चाय व् स्नैक्स की डिलीवरी के लिए करीबन 50 लोगो को रोजगार भी दिया है।
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अन्य Tea Stalls से कैसे अलग है
Chai Calling के फाउंडरों का कहना है कि वे अपनी इस Tea business में केवल धुले हुए व् साफ-सुथरे बर्तनो का ही इस्तेमाल करते है और पर्यावरण के अनुकूल लोगों को पेपर कप या फिर कुल्हड़ में चाय पीने के लिए दिया जाता है। वे चाय बनाने के लिए फिल्टर्ड पानी और डिप चाय के स्थान पर चाय पती का इस्तेमाल करते हैं और अदरक व मसाले को अच्छे से कूट कर ही डाला जाता है।
आज दो इंजीनियर दोस्तों अभिनव टंडन और प्रमित शर्मा ने साबित कर दिया कि हम सभी छोटे-छोटे काम को भी कड़ी मेहनत के साथ करें तो हम उस छोटे से काम से भी करोड़ों रूपये कमा सकते हैं।