कॉलेज या स्कूल में जब पढ़ने वाला छात्र फेल हो जाते हैं तब उनके भविष्य के बारे में माता-पिता चिंता करते हुए उन्हें डांटते है, फटकारते व समझाते हैं। आज हम ऐसे छात्र के बारे में बात करेंगे जो अपने स्कूल की पढ़ाई के दौरान आठवीं में फेल हो गया परंतु इन सबके बावजूद भी वह कामयाब शख्स बन गया है।
आठवीं फेल छात्र बना करोड़पति, उनकी लिस्ट में मुकेश अंबानी भी हैं क्लाइंट।
Eighth fail student became millionaire and Mukesh Ambani is also his client हम बात कर रहे हैं 23 वर्षीय स्कूल ड्रॉपआउट त्रिशनित अरोड़ा की। जिन्होंने अपने ही शौक के द्वारा ऐसी सफलता पाई है जिसके बारे में जानकार उनके माता-पिता भी हैरानी में पड़ गए हैं।
त्रिशनित अरोड़ा कैसे बने करोड़पति।
आज त्रिशनित की सफलता इस बात का सबूत है कि उन्होंने अपनी मेहनत से एक कंपनी खड़ी कर ली। जिसमें मुकेश अंबानी सहित कई छोटी बड़ी नामी कंपनियां उनकी क्लाइंट बनी और वे करोड़पति बन गए। त्रिशनित अरोड़ा ने एक एथिकल हैकर के रूप में अपनी पहचान बनाई है और उसने नार्थ इंडिया की पहली साइबर एमरजेंसी रिस्पोंस टीम सेटअप की है।
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आठवीं में हुए फेल फिर भी नहीं छोड़ा कंप्यूटर का शौक।
बताया जा रहा है कि जब वह अपने स्कूल की पढ़ाई के दौरान आठवीं में फेल हो गए तब उनके आस पड़ोस, दोस्त सभी चिढ़ाने लगे थे परन्तु उनके माता-पिता ने उन्हें डांटने फटकारने की बजाय उनसे इस बात का कारण पूछा कि वह फेल क्यों हो गए, तब उन्होंने अपनी बात को खुलकर बताया कि उन्हें इतिहास और भूगोल जैसे कठिन विषय को समझने में कठिनाई महसूस होती है।
उन्होंने यह भी बताया कि उनकी रुचि बचपन से ही कंप्यूटर में ही थी। तब उनके माता-पिता ने उनका स्कूल छुड़वा दिया और इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से की और स्कूलिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने अपना ग्रेजुएशन BCA में पूरा किया।
उनका रुझान शुरू से ही हैकिंग में था इसके लिए वह हमेशा नई जानकारिया इकठ्ठा करते रहते थे। सेल्फ स्टडी के द्वारा, पिता के कंप्यूटर में एक्पीरिमेंट करके देखना और यूट्यूब पर वीडियो देखकर खुद भी प्रयोग करना एक लाभकारी कदम साबित हुआ।
त्रिशनित ने बताया कि 19 वर्ष की उम्र में ही सॉफ्टवेयर क्लीनर और कंप्यूटर फिक्सर के रूप में काम करने लगे थे। उस दौरान उन्हें अपना पहला चेक 60,000 रुपये का मिला।
21 की उम्र में खड़ी की कंपनी।
त्रिशनित जब 21 साल के हुए तब उन्होंने टीएसी सिक्युरिटी (TAC Security) नाम की साइबर सिक्युरिटी कंपनी की नीव रखी। वह बताते हैं कि उनकी कंपनी का हेड ऑफिस लुधियाना में है। इसके अलावा उनकी कंपनी की कुछ शाखाएं (वर्चुअल ऑफिस) UK, दुबई और कई अन्य जगहों में भी हैं। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी कंपनी के 40 फीसदी क्लाइंट दुबई और UK जैसी जगहों में से आते हैं। पूरी दुनिया से 50 फॉर्च्यून और 500 कंपनियां क्लाइंट हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज से लेकर सीबीआई भी है इनकी क्लाइंट।
उन्होंने बताया कि उनकी यह कंपनी एक साइबर सिक्योरिटी कंपनी है जो कंपनी के डाटा को हैक व चोरी करने से रोकती है। बताया जा रहा है कि उनकी कंपनी के क्लाइंट की सूची में मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ-साथ पंजाब पुलिस, गुजरात पुलिस, क्राइम ब्रांच (CBI) भी शामिल है।
जल्द ही 2,000 करोड़ का टर्नओवर।
त्रिशनित अब जल्द ही यूएस में अपने बिजनिस को बढ़ाने की कोशिश कर रहे है। वहाँ के करोड़पतियों के साथ बिजनिस स्पेंड करने की योजनाओ पर कार्य कर रहे है।
‘हैकिंग टॉक विद त्रिशनित अरोड़ा‘, ‘हैकिंग विद स्मार्ट फोन्स‘ और ‘द हैकिंग एरा‘ नाम से किताबें भी लिखी हैं।
कंपनी की वेबसाइट को साइबर अटैक से बचाते है
त्रिशनित अपने क्लाइंट्स की वेबसाईट को होने वाले साइबर चोरी से बचाने, उनकी साइट को सुरक्षित रखने का काम करते है। त्रिशनित कहते है की यदि साइबर अटैक होता है तो उनकी कंपनी के सामने एक बहुत बड़ा मार्किट है जहाँ अन्य कंपनी अपने वेबसाइट के डेटा को सुरक्षित रखने के लिए उनसे जुड़ती है वही से हमारा काम उनको सिक्योर करने का होता है।
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आज उनकी कंपनी करोडो रुपए का टर्नओवर कर रही है। बताया जा रहा है कि उन्होंने अपनी कंपनी का विस्तार करने के लिए यूएस में एक ऑफिस स्टार्ट करने के लिए जी तोड़ प्रयत्न किया है जिसके लिए वह निवेशकों से भी बात कर रहे हैं। जल्द ही उनकी एक नई ब्रांच अमेरिका में भी होगी।
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