WeeTracker startup Success Story : दोस्तों आज के समय में सभी छात्र और छात्राएं अच्छी से अच्छी जॉब या फिर बिज़नेस (Business) करने की सोचते हैं जिसके लिए वे दिन-रात कड़ी मेहनत करके अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं लेकिन जिन छात्र और छात्राओं की किसी भी वजह से पढ़ाई पूरी नहीं हो पाती या फिर परीक्षा में असफल हो जाते हैं तो ऐसे में उन्हें अंदाजा हो जाता है कि अब उनके सपने पूरे नहीं हो पाएंगे, ऐसे में या तो वह डिप्रेशन मे चले जाते है या फिर अपनी ज़िंदगी का सबसे गलत कदम उठा लेते है दोनों ही हालतों मे वह अपने व अपने परिवार को परेशानी मे डाल देते है। इस बात को एक शख्स ने झुठला दिया है उनके अनुसार सफल होने के लिए केवल अपने अंदर छुपे हुए हुनर की जरूरत पड़ती है न कि किसी भी तरह की डिग्री।

12वीं मे फेल होने के बाद हिम्मत नहीं हारी, खड़ी की करोड़ों की कंपनी। Rishabh Lawania started Weetracker Startup.

जी हां दोस्तों हम बात कर रहे हैं 12वीं फेल ऋषभ लवानिया Rishabh Lawania की 12वीं में फेल हो जाने के बावजूद भी बिना हिम्मत हारे नामुकिन को मुमकिन कर दिखाने और अपने सपने को पूरा करने की कोशिश मे लगे रहे और वीट्रैकेर मीडिया कम्पनी Weetracker Media Company का Startup शुरू करके लोगों को हैरानी में डाल दिया।

तो चलिए बात करते हैं Weetracker Media Company के फाउंडर और सीईओ Rishabh Lawania के बारे में कि उन्होंने असफल होते हुए किस तरह से सफल हुए…

12वीं फेल होने के बावजूद कैसे की शुरूआत।

दिल्ली के रहने वाले Rishabh Lawania और उनका परिवार एक मिडिल क्लास फॅमिली से ताल्लुकात रखते हैं। उनके पिता एक civil engineer हैं और वे भी अपने पिता की तरह ही civil engineer बनना चाहते थे परन्तु 12वीं में फेल होने के बाद उनके सपने दफन होकर रह गए लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। वह अक्सर Google में बेहतर करियर के ऑप्शन के बारे में सर्च करते थे। जल्द ही उन्होने अपना खुद का बिज़नेस स्टार्टअप Startup करने का प्लान बनाया। उन्होने सन 2010 मे महज 17 साल की उम्र मे अपना पहला “रेड कार्पेट” के नाम से एक इवेंट कंपनी गुड़गांव में शुरूआत की। इस कम्पनी की बदौलत उन्होंने दिल्ली-एनसीआर और जयपुर में 70 से भी अधिक प्रमोशन किए।

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6 महीने में ही पहला आइडिया फ्लॉप हो गया।

ऋषभ Rishabh ने बताया कि उनका ये बिज़नेस 8-10 महीने से अधिक दिन नहीं चल सका और उन्हें अपना ये बिज़नेस बंद करना पड़ा परन्तु अपनी इस बिज़नेस की असफलता को देखकर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और उन्हें अपने जीवन में कुछ और बेहतर करने की प्रेरणा मिली।

सन 2013 में दूसरा Startup लॉन्च किया।

अपने पहले बिज़नेस की असफलता को देखने के बाद और मार्किट को समझने के पश्चात ऋषभ ने सन 2013 में अपना दूसरा बिज़नेस “JusGetIT” का स्टार्टअप करके लॉन्‍च किया जो Grocery Shop Owners और Vendors को connect करने के लिए डोरस्टेप डिलीवरी से जोड़ता था। जिसमे करीब 30 से भी अधिक विक्रेताओं और दुकानदारों के साथ मिलकर साझेदारी करने का एक सुनहरा मौका मिला परंतु फ़ंड की कमी की वजह से उन्हे यह बिज़नेस भी लगभग 8-10 महीने तक ही चल सका, उसके बाद उनका ये बिज़नेस भी बंद हो गया।

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Xelert8 नाम की कंपनी अपने मित्र के साथ मिलकर शुरूआत की

Rishabh Lawania के मुताबिक सन 2015 में वे अपने बिज़नेस में काम के अनुभवों के साथ अमेरिका चले गए और वहां केशु दुबे के साथ मिलकर उन्होंने Xelert8 नाम की डाटाबेस टेक कंपनी का स्टार्टअप करके शुरूआत की। कुछ समय पश्चात Rishabh की इस डाटाबेस टेक कंपनी को एक चाइनीज कंपनी ने एक अच्छी कीमत में खरीद लिया। जिसमे इन्हे काफी अच्छा फायदा मिला और अगले नए बिज़नस के लिए इनके पास काफी फ़ंड हो गया।

Weetrackers नाम की कंपनी की शुरूआत

चाइनीज कंपनी को Xelert8 कंपनी को बेचने के पश्चात् Rishabh Lawania इन्वेस्ट करने के लिए काबिल हो गए और उन्होंने अपने नए प्रोजेक्ट Weetracker Media Company की शुरूआत करी। वीट्रैकर मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां लोगों को एंटरप्रेनर्स के बारे में, बिजनेस पर्सनालिटीज और निवेश करने के बारे में बताया जाता है। आज के समय में लवानिया अपनी वीट्रैकर स्टार्टअप बिज़नेस Startup Business के जरिये अच्छी कमाई कर रहे हैं, इसके अलावा वे अपने बिज़नेस को अफ्रीका के केपटाउन शहर में विस्तार करने की योजना बना रहे हैं।

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दोस्तों आज ऋषभ अपनी वीट्रैकेर मीडिया कम्पनी (Weetrackers Media Company) से करोड़ों रूपयों की आमदनी कर रहे हैं जबकि वे 12वीं फेल शख्स हैं। उन्होंने बताया कि हमारी किस्मत केवल काम के प्रति जुनून तय करती है, न कि हमारे मार्क्स या फिर डिग्री तय करती है।

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