हमारे देश में जहां 15 से 18 वर्ष की उम्र के बच्चे अपने करियर के बारे में नहीं सोचते, वहीं कुछ ऐसे भी बच्चे होते है जो लगभग उसी उम्र में वो मुकाम हासिल कर लेते हैं जिस मुकाम को हासिल करने में लोगों का पूरा जीवन बीत जाता था। Suhash Gopinath Globals Inc.
इस बात को कर्नाटक के एक शख्स ने सच कर दिखलाया है। जी हां दोस्तों हम बात कर रहे हैं बैंगलोर के रहने वाले सुहास गोपीनाथ Suhash Gopinath की जिन्होंने शुरुवाती 14 साल की उम्र मे अपनी “Globals Inc” ग्लोबल्स इंक कंपनी खड़ी करके आज पूरे विश्व में सबसे कम उम्र के CEO बनकर अपना लोहा मनवा चुके है।
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तो चलिए दोस्तों बात करते हैं Suhash Gopinath के बारे में कि किस तरह से वे आज पूरे विश्व मे Globals Inc कंपनी के सबसे कम उम्र के CEO बने और हम सभी के लिए प्रेरणात्मक बने हैं।
Suhash Gopinath के बचपन का समय।
Suhash का जन्म 4 नवंबर 1986 को कर्नाटक राज्य के बैंगलोर में एक मिडिल क्लास फैमिली में हुआ था। सुहास के पिता एम.आर. गोपीनाथ (M.R. Gopinath) भारतीय सेना में एक रक्षा वैज्ञानिक के पद पर कार्य करते थे व इनकी मां कला गोपीनाथ (Kala Gopinath) एक घरेलूmमहिला थी। उन्होंने अपनी स्कूल की पढ़ाई बैंगलोर के Air Force School से की थी। उन्हें अपनी स्कूल की पढ़ाई के दौरान यानि कि बचपन से ही Animal और Veterinary Science मे लगाव था, साथ ही जब वह देखते थे की उनके दोस्त कंप्यूटर से संबन्धित बाते करते थे क्योकि उस समय कंप्यूटर का चलन नया आया था इसलिए उनके सभी मित्र कंप्यूटर चलाना सीखते थे और उस से संबन्धित बाते किया करते थे।
Suhash के पास सीखने के लिए कंप्यूटर का न होना।
जब सुहास अपने मित्रों और सहपाठियों को कंप्यूटर के बारे में बातें सुनते थे, तब उनके मन मे भी कंप्यूटर सीखने की जिज्ञासा पैदा हुई, परंतु कंप्यूटर सीखना उनके लिए एक समस्या थी, क्योंकि कंप्यूटर सीखने के लिए कंप्यूटर का होना जरूरी था जो कि उनके पास नहीं था। इसके लिए उन्होंने जल्द ही अपनी समस्या का निवारण कर लिया। उनके घर के नजदीक ही एक साइबर कैफ़े ने अपना ऑफिस खोला, बस फिर क्या सुहास के जिज्ञासु मन को एक रास्ता मिल गया। वह रोज साइबर कैफ़े जाने लगे और रोज कुछ नया सीखने लगे।
कंप्यूटर सीखने के लिए रुपयो का ना होना।
जब उन्होंने साइबर कैफ़े में जाना शुरू कर दिया तो उनके पास साइबर कैफ़े में जाने के लिए पर्याप्त रूपये नहीं होते थे जिसके लिए उन्होंने साइबर कैफ़े के मालिक से बात की। कैफ़े का मालिक एक शर्त पर तैयार हुआ की उसे प्रत्येक दिन दोपहर में 1 बजे से 4 बजे तक free में Net Surfing करने की इजाजत देगा परंतु उसे दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक उनके साइबर कैफ़े का ध्यान रखना होगा। क्योंकी दोपहर में 1 बजे से 4 बजे तक साइबर कैफ़े बंद रहता है और यही उनकी ज़िंदगी का एक सफल टर्निंग पॉइंट था और यहीं से उन्हें Web Designing की ओर झुकाव आने की वजह से सीखना प्रारम्भ कर दिया जो उनके लिए एक Passion बन गया।
13 वर्ष की उम्र में कमाये 100 डॉलर।
उन्होंने Freelance Market में मात्र 13 वर्ष की उम्र में ही एक Web Builder के रूप में अपना Registered करवा दिया। परंतु उनके पास कोई क्लाईंट नहीं था। जैसे कर के उनके पास एक क्लाईंट आया और सुहास को उनके लिए अपनी पहली फ्री वैबसाइट बनानी पड़ी। जल्द ही उनके पास कुछ और भी क्लाईंट आने लगे और उन्होने अपनी ज़िंदगी की पहली कमाई 100 डॉलर की। उसके बाद तो उनके सितारे चमकने लगे फिर तो देश-विदेश की कई कंपनियां उन्हें अपना Web Designer के रूप में नौकरी के लिए ऑफर देने लगी।
अमेरिकी कंपनी ने दिया जॉब ऑफर।
सुहास के मुताबिक U.S. की एक Network Solutions Company ने उन्हें पढ़ाई के sponsor देने के साथ-साथ part-time job देने का ऑफर किया परंतु उनके दिमाग मे खुद की कंपनी के स्टार्टअप की विचार चल रहा था, जिस वजह से उन्होंने उस Company का ऑफर को लेने से मना कर दिया।
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14 वर्ष की उम्र में शुरू की अपनी कंपनी।
उन्होंने अपने जीवन में सोच विचार करके कड़ी मेहनत और संघर्ष के साथ 14 वर्ष की उम्र में ही ग्लोबल्स इंक “Global Inc” कम्पनी की बंगलुरू के एक साइबर कैफ़े से शुरूआत की, जो आज के समय में भारत के साथ-साथ विदेशों में भी फैली हुई है। उनकी इच्छा थी कि वे अपनी कंपनी का नाम “Global” या “Global Solutions” रखना चाहते थे परंतु इन दोनों नामों में से उन्हें कोई भी नाम नहीं मिल सका और भारत सरकार (Indian Govt.) ने भी कम उम्र की वजह से उनकी कम्पनी का रजिस्ट्रेशन करने से मना कर दिया, जिस वजह से सन 2000 में उन्हें अपनी कम्पनी ग्लोबल्स इंक. “Globals Inc.” के नाम से अमेरिका के कैलिफोर्निया में जाकर रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ा, क्योंकि अमेरिका में कम्पनी का रजिस्ट्रेशन 15 मिनट हो जाता है।
भारत में भी की कंपनी की शुरुवात।
जब सुहास बालिग हो गए तब उन्होंने भारत में भी “Globals Inc” के नाम से Register करवाकर उसी जगह से शुरू किया था जहां से उन्होंने सबसे पहले अपनी कम्पनी की शुरुवात की थी। Suhash की ग्लोबल्स इंक. कम्पनी वेब सॉल्यूशन, मोबाइल सॉल्यूशन और उससे जुड़े रिसर्च डेटा मार्किट को उपलब्ध कराती है।
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देश ही नहीं विदेशो तक फैली है Globals Inc Company.
आज सुहास की “Globals Inc” कम्पनी का कुल टर्नओवर पहले ही वर्ष में 1 लाख रूपये था जो दूसरे वर्ष में बढ़कर कम्पनी का कुल टर्नओवर 5 लाख रूपये तक बढ़ गया। सुहास की कंपनी एक Multi Million Dollar कम्पनी है जिसकी पहुँच देश ही नहीं विदेशो तक है और आज Spain, Australia, USA, UK, Italy आदि देशो मे Globals Inc कंपनी की कई ब्रांच फ़ैली हुई है।
Suhash की उपलब्धियां।
Suhash Gopinath अपने जीवन में अनेकों उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं जिनमें से कुछ नीचे दिए गए हैं।
A. सन 2005 में कर्नाटक सरकार ने उनको “Rajyotsava Award” (राज्योत्सवा अवॉर्ड) से सम्मानित किया गया।
B. European Parliament and International Association for Human Values ने उन्हें सन 2007 में “Young Achiever Award” से सम्मानित किया।
C. सन 2008 में सुहास को वर्ल्ड बैंक में बतौर ICT advisory Council में Board Member के रूप में चुना गया है जिसमें उन्हें World Bank के president और Chairman Robert B Zoellick को अपने काम के बारे में direct रिपोर्ट देना पड़ता था।
सुहास के अलावा इस ICT advisory Council में बोर्ड के मेम्बर Cisco के CEO, Microsoft कम्पनी के Vice President और SAP के CEO भी थे।
D. सन 2008-2009 में उन्हें World Economic Forum। ने “Young Global Leaders for 2008-09” के अवॉर्ड से भी सम्मानित हो चुके हैं।
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तो दोस्तों जिस उम्र में बच्चे खेलने-कूदने और अपना करियर बनाने के लिए अपनी शिक्षा पूरी करते हैं, उसी उम्र में सुहास गोपीनाथ Suhash Gopinath ने कई उपलब्धियां प्राप्त की और अपनी Globals Inc. कम्पनी का Startup किया। उन्होंने यह साबित कर दिया कि सफलता प्राप्त करने के लिए उम्र कोई मायने नहीं रखती, वह तो महज एक संख्या है।